डा. डी के त्रिपाठी की कलम से…
मित्रों करोना कि महामारी ने पूरे विश्व को परेशान कर रखा है। इससे भारत भी बहुत परेशान है। हमें सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बार-बार बताया जा रहा है और हम उसका पालन कर रहे हैं। एक समाजशास्त्री होने के नाते हम आपसे निवेदन करते हैं की सोशल डिस्टेंसिंग अथवा सामाजिक दूरी हमें नहीं रखनी है हमें तो शारीरिक दूरी (फिजिकल डिस्टेसिंगं) रखनी है।
पति और पत्नी दो स्थानों पर रहते हुए भी सामाजिक रूप से एक दूसरे के समीप होते हैं। यह अलग बात है कि वह शारीरिक रूप से दूर है।
हम आपसे यह निवेदन रखना चाहते हैं कि सामाजिक दूरी शब्द गलत है इसके स्थान पर शारीरिक दूरी (फिजिकल डिस्टेसिंगं)का प्रयोग किया जाना नितांत आवश्यक समीचीन होता है।
हम यह समझते हैं कि इस शब्द का प्रयोग किसी दुर्भावना से नहीं लिया गया है बल्कि विपत्ति के समय शब्द पर यथोचित विचार की आवश्यकता थी।
जय हिंद जय भारत