अमरदीप सिंह, संवाददाता, गुजरात

 

गुजरात। कोरोना के दूसरी लहर में जहां एक तरफ हर तरफ त्राही त्राही मची हुई हैं तो वही दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग सामने हैं जो हम सब के लिये एक मिसाल हैं। दाहोद स्थित जायड्स हॉस्पिटल में 71 वर्षीय नर्स जेमी बेन जोशी एक ऐसी कोरोना वारियर है। जिनके हौसले को देख मन बेबस उनको सलाम करने को मजबूर हो जाता है। उम्र 71 वर्ष जज्बा ऐसा की 20 वर्ष के युवा शर्मिंदा हो जाएं।

आज जब लोग कोरोना के नाम से घबराते है ऐसे में ये युवा दिल 71 वर्षीय दादी माँ नर्स के रूप में दिन रात अस्पताल में बगैर पी पी ई किट वार्ड में ड्यूटी करती है जेमी बेन जब क्लास आठ में पढ़ती थी तब पिता का देहांत हो गया पिता का देहांत केंसर की वजह से हुआ था।

कुछ समय बाद ही माँ की मौत हो गई तब से उनके मन मे रोगियों की सेवा करने की इच्छा जाग गई। एम एस सी करने के बाद इन्होंने नर्सिंग परीछा पास की और शासकीय सेवा में लग गईं। 1979 से 2009 तक नर्स के रूप में शासकीय सेवा की 2009 में रिटायर हो गई। उसके बाद जायड्स अस्पताल के अनुरोध पर तीन साल पहले फिर सेवा में जुड़ गई। तब से अब तक अविरत सेवा में संलग्न है।

दाहोद,  के जायड्स अस्पताल में कोविड वार्ड में लगातार एक वर्ष से सेवा में लगी हुई है बिना पी पी ई किट पहरे निडर होकर कोरोना मरीज की सेवा कर रही हैं वह कहती है जब तक सांस है दुसरो की सेवा करेंगी जेमी बेन ने शादी नहीं कि आजीवन अकेले मरीजो को अपना परिजन मानती रही है। इन 71 वर्षीय दादी माँ को सलाम…..

हारेगा कोरोना जीतेगी जिंदगी

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