• आईजी कश्मीर ने जारी बयान में दी यह जानकारी
  • होम मिनिस्ट्री की टॉप 10 लिस्ट में नम्बर—1 पर था रियाज
  • भारतीय सेना ने बड़ी साज़िश को किया नाकाम
  • जिंदा या मुर्दा पकड़ने पर 12 लाख रुपए का था इनामी

सेना से कांपा पाकिस्तान: खुंखार आंतकी का हुआ ये हाल, रच रहा था साजिश…??

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को मंगलवार सुबह एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। सुरक्षाबलों ने आज जम्मू-कश्मीर के अवंतिपोरा में हिजबुला मुजाहिद्दीन के टॉप कमांडर रियाज नाइकूको मुठभेड़ में मार गिराया….रियाज होम मिनिस्ट्री की टॉप 10 लिस्ट में नम्बर—1 पर था। नाइकू को रात में ही सुरक्षाबलों ने घेर लिया था। घाटी में मंगलवार रात से ही तीन अलग-अलग जगहों पर एंटी-टेरर ऑपरेशंस जारी हैं। घाटी में फिलहाल इंटरनेट बंद कर दिया गया है। जम्मू कश्‍मीर पुलिस की तरफ से भी इस बात की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है। नाइकू हर बार सेना को चकमा देकर फरार हो जाता था। मगर इस बार वह भागने में कामयाब नहीं हो सका।

 

कश्मीर पुलिस ने कल रात ही दिये थे संकेत

कश्मीर पुलिस ने इस बात की पुष्टि देर रात ही कर दी थी। उनका कहना था कि टॉप टेररिस्‍ट कमांडर को पुलवामा एनकाउंटर में घेर लिया गया है। इंडियन आर्मी की तरफ से बताया गया है कि जो एक और एनकाउंटर खीरयू में चल रहा है उसमें एक आतंकी को ढेर किया गया है। कुछ और आतंकी यहां पर छिपे हुए हैं। एक आतंकी को अवंतिपोरा के सरसैल में ढेर किया गया है। दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है। मंगलवार को सेना को विशेष इंटेलीजेंस मिली थी जिसमें आतंकियों के छिपे होने की बात कही गई थी। इसके बाद जम्‍मू कश्‍मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की तरफ से एक ज्‍वॉइन्‍ट ऑपरेशन लॉन्‍च किया गया था।

सेना के लिए एक महीना चुनौती भरा

उधर अब घाटी में सेना के लिए एक महीना चुनौती भरा रहने वाला है। क्योंकि अब कश्मीर के बांदीपोरा, कुपवाड़ा, बारामुला में पड़ी बर्फ पिघलने के साथ ही आतंकियों के घुसपैठी के लिए रास्ता भी साफ होने लगा है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इस दौरान बड़े पैमाने पर आतंकी घुसपैठ कर सकते हैं। आतंकियों को घुसपैठी करने से रोकना सेना के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होने वाली है।

200 से ज्यादा आतंकी घुसपैठ करने की फिराक में

खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक बांदीपोरा, कुपवाड़ा और बारामुला एलओसी पर 200 से ज्यादा आतंकी घुसपैठ करने की फिराक में हैं। जो अगले एक महीने तक LoC पर घुसपैठ करने की कोशिशों में जुटे रहेंगे।

आतंकियों को पहुंचा है काफी आघात

आतंकियों को पिछले दो तीन साल में काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। पहले उनके खिलाफ सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की और फिर एयर स्ट्राइक। आतंकियों का ओवरग्राउंड वर्कर नेटवर्क अब ध्वस्त हो चुका है। इनके लिए ना सिर्फ हथियारों की सप्लाई कम हो गई है, बल्कि कश्मीर में जमा होने वाला धन भी बंद हो चुका है।

ऑपरेशन ऑल आउट की शुरूआत से लेकर अब तक 600 आतंकियों को ढ़ेर किया गया है। जो काफी ज्यादा है। इसलिए आतंकी 2020 में जून और जुलाई के महीने में बड़े स्तर पर घुसपैठ करने की फिराक में रहेंगे।

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