डॉ दिलीप अग्निहोत्री

दुनिया के ऐसे अनेक देश जिनकी अर्थव्यवस्था में पर्यटन व तीर्थाटन का बड़ा योगदान है। इसके माध्यम से वहां राजस्व के साथ ही बड़ी संख्या में परोक्ष अपरोक्ष रोजगार के अवसर भी मिलते है। भारत में ऐसे अनेक स्थल है,जिनके प्रति विश्व स्तर पर करोड़ों लोगों की आस्था है। इसके लिए इन स्थलों को विश्व स्तरीय सुविधा से सम्पन्न बनाना आवश्यक था। लेकिन स्वतंत्रता के बाद से इस पर ध्यान नहीं दिया गया। शायद इसको साम्प्रदायिक मसला मान लिया गया। उत्तर प्रदेश में प्रभु श्रीराम व श्रीकृष्ण की अवतार भूमि है, विश्व में सबसे प्रचीन नगरी काशी भी यहीं है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऐसे सभी नगरों को विश्वस्तरीय बनाने का प्रयास कर रहे है। उनकी यह कार्य योजना केवल आस्था के कारण नहीं है,बल्कि वह इसे पूरे प्रदेश के विकास से जोड़ कर चल रहे है। अयोध्या धाम यात्रा के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कोरोना आपदा प्रबंधन के साथ ही यहां चल रही विकास योजनाओं की भी समीक्षा की। उनको अयोध्या धाम के विकास कार्यों के संबन्ध में जानकारी दी गई। रानी हो पार्क,रामकथा गैलरी,राम की पैड़ी के शेष कार्यों, लक्ष्मण घाट,बस स्टेशन, पेयजल,अयोध्या सीवेज आदि योजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया।

मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से कोरोना के दौरान किए गए कार्यों की भी जानकारी प्राप्त की। अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की भूमि क्रय व मेडिकल काॅलेज निर्माण की प्रगति की समीक्षा की। योगी आदित्यनाथ ने नक्षत्र वाटिका में रीठे का वृक्ष रोपित किया। यहां सत्ताईस प्रकार के पौधे रोपित किए गए। योगी ने यहां सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने का भी निर्देश दिया। कहा अयोध्या के विकास कार्यों में किसी अवरोध की जानकारी तत्काल मुख्यमंत्री कार्यालय को दी जाए। जिससे प्राथमिकता के आधार पर उसका निवारण हो सके।

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