अमित मिश्रा ( मुम्बई ब्यूरो चीफ)

 

सावधान इंडिया,क्राइम पेट्रोल, पवित्र रिश्ता,बालिका वधू ,दीया और बाती व जोधा-अकबर फेम अभिनेता संजीव की ऊंची उड़ान !

गुनगुनाती हुुुई पुरवा हवाओं पर कभी उन्होंने गीत लिखे, कभी चांद जैसी खूबसूरत और किसी कवि या शायर की खयाली महबूबा के दमकते सौंदर्य  को अपने शब्दों में ढ़ालकर अलंकारों की दुल्हन बना दिया । कभी कलकल करती नदियों की गुनगुनाहट में गीतों के बोल ढूंढे तो कभी मिलन या बिछोह के तराने लिखकर गीतों को अमर करने का प्रयास किया।

पर इस मल्टी टैलेंटेड शख्स को उनकी किस्मत कुछ और भी सौगात देना चाहती थी । जीवन में कुछ घटनाक्रम तेजी से बदले और अभिनय की दुनिया में उन्होंने कदम रख दिया। वो भी उस आन, बान, शान से जिसका सपना जमानेभर के अनगिनत युवक – युवतियां देखते हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं संजीव श्रीवास्तव की। जो अभिनय की दुनिया में अब हर रोज नया अध्याय लिखते हुए टेलीविजन और फ़िल्म के दर्शकों की आंखों का तारा बने हुए हैं। मुम्बई फ़िल्म जगत ने उन्हें नाम भी दिया है और पहचान भी।

मृदुभाषी संजीव श्रीवास्तव एक उम्दा कलाकार होने के साथ-साथ अच्छे गीतकार तो हैं ही ,अपने काम के प्रति समर्पित इस इंसान का चेहरा आज घर-घर पहचाना जाता है। अनगिनत टेलीविजन सीरियल और बहुत सी बड़े बजट वाली फिल्मों में अपने शानदार-जानदार अभिनय से संजीव ने जता दिया है कि अपना हुनर ,  कड़ी मेहनत, अपने कार्य के प्रति निष्ठा व समर्पण का भाव ही बुलंदियों की ओर पहुँचने की सीढ़ी है।

150 से अधिक सावधान इंडिया के एपिसोड्स, 70 से अधिक क्राइम पेट्रोल के एपिसोड्स, एक दर्जन से अधिक बालाजी सहित लगभग सभी बड़े प्रोडक्शन हॉउसों के धारावाहिकों और दर्जनों बड़ी फिल्मों तथा वेब सीरीज़ में अपने अभिनय का जौहर दिखाते हुए अपने कैरेक्टर में जान फूँक चुके इस कलाकार का जन्म कानपुर में हुआ था। शुरुवाती शिक्षा- दीक्षा के उपरांत संजीव दिल्ली चले गए । यहां 1995 से  2010 तक इन्होंने मार्केटिंग बिजनेस किया। शुरू से ही गीत लिखना इनका पैशन था। वे गीत लिखते रहे पर कोई राह नहीं सूझ रही थी कि कैसे इन गीतों को मकाम दिला सकें। अभिनय की दुनिया में भी चलकर नाम और सम्मान कमाने का इनका सपना बार-बार इन्हें प्रेरित करता रहा कि मुम्बई चलें व बॉलीवुड में अपना नसीब आजमाएं। सन 2011 में दिल्ली को अलविदा कहकर संजीव मुंबई चले आये।

यहां अपने गीतों को उनका असली मकाम दिलाने के लिए वे प्रयास करते रहे। पर कुछ खास बात नहीं बनी। तब अक्सर उनके जाननेवाले लोग उनसे कहते भी थे कि आपका चेहरा, आपकी आवाज बॉलीवुड के लिए फिट है। वहां एक्टिंग के लिए भी कोशिश करें।

संजीव जानते थे कि बेस मजबूत हो तभी बॉलीवुड में लंबी पारी तक कोई टिके रह सकता है। इसलिये सबसे पहले आशा चंद्रा की एक्टिंग एकेडमी से इन्होंने अभिनय का विधिवत प्रशिक्षण लिया। कुछ अच्छे कॉंटेक्ट्स और कुछ लक ने इनका साथ दिया। जल्द ही संजीव को टी वी धारावाहिकों में काम मिलने लगा।

संजीव ने शुरुवात में टी वी धारावाहिकों पर ही फोकस किया। एक से बढ़कर एक सीरियल्स इन्हें मिली भी। सावधान इंडिया के करीब 150 एपिसोड्स, क्राइम पेट्रोल के करीब 70 एपिसोड्स, क्राइम एलर्ट के अलावा बालाजी कैम्प का पवित्र रिश्ता, बालिका वधू, कुमकुम भाग्य, ज़ी का अफसर बिटिया, दीया और बाती तथा जोधा-अकबर
सहित अनगिनत सीरियलों में संजीव ने न सिर्फ बेहतरीन अभिनय किया बल्कि इस योग्य भी हो गए जहां बॉलीवुड भी स्नेह से गले लगाकर अपने परिवार का सम्मानित सदस्य बना लेता है।

टी वी जगत में उत्कृष्ट अभिनय के नए- नए सोपान अर्जित करने के बाद संजीव श्रीवास्तव ने जब फिल्म जगत का रुख किया तो उन्हें यहां भी भरपूर काम मिला।

बॉलीवुड में संजीव की उपलब्धियों की बात की जाए तो यहाँ उन्हें सनी लियोनी के साथ पहली फ़िल्म मिली बेईमान लव। फिर लव के फंडे, अपने-अपने फंडे, मुम्बई ड्रीम, शरमन जोशी के साथ बबलू बैचलर, स्ट्रेंजर ऑन व्हाट्सएप्प जैसी फिल्में और वेब सीरीज़ की बात की जाए तो ज़ीशान कादरी की सीरीज़ भूतपूर्व में उनके शानदार अभिनय ने किरदार में जान फूंक दी। अब भी आधा दर्जन प्रोजेक्ट्स उनके पास हैं।

अभिनय की दुनिया का सफर जारी रखते हुए संजीव ने गीतकार बनने का अपना सपना पूरा करने की दिशा में भी अब कदम बढ़ा दिया है। उन्होंने न सिर्फ 7-8 ट्रैक सांग बनवा लिए हैं , इसके साथ ही अपने लिखे सैकड़ों गीतों का खजाना बॉलीवुड के लिए खोल दिया है। संजीव का एक सपना और भी है। वे अपना प्रोडक्शन हाउस खोलने के प्रयास में हैं। उनके सपनों को कितनी जमीन और कितना बड़ा आसमान मिलता है ये तो आनेवाला वक्त ही बताएगा। पर बॉलीवुड संजीव को हाथोंहाथ लिए हुए है और भरपूर प्यार और काम दे रहा है इसमें कोई शक नहीं है।

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