यह कहावत खूब प्रचलित है-दाने दाने पर लिखा है खाने वाले का नाम. लेकिन दाने दाने पर कलाकारी की बात अजीब लग सकती है. वैसे मनीषा गुप्ता ने अपनी कलाकारी चित्रकारी से इसे चरितार्थ किया है. वह चावल दाल आदि के दानों पर चित्र बनती हैं.
राजभवन की फल शाक भाजी पुष्प प्रदर्शनी के एक स्टाल में उनकी कलाकृतियां प्रदर्शित हैं. इन्हें विशेष लेंस से देखना पड़ता है. उन्होने लखनऊ के कला एवं शिल्प महाविद्यालय से उच्च शिक्षा की डिग्री ली. संप्रति KNPN इन्टर कालेज मौरावाँ उन्नाव में शिक्षिका हैं. उन्होने बताया कि उन्होने दानों पर अनेक कलाकृतियां बनाई हैं. इनमें प्रसिद्ध स्थलों से लेकर महापुरुषों के चित्र शामिल हैं. इनमें संसद भवन, लाल किला, चारबाग स्टेशन, ताज महल,रेजिडेंशि, इमाम बाड़ा, के अलावा महात्मा गांधी, डॉ आंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी आदि के चित्र शामिल हैं.