लखनऊ विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने विश्वविद्यालय को प्राप्त EDU रैंक संदर्भ में कहा कि विश्वविद्यालय के लिए उपक्रम (UPCRAM) मिलना एक बड़ी उपलब्धि थी। वह व्यापार प्रशासन विभाग के चाणक्य सभागार में विश्वविद्यालय के सभी अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, निदेशक और समन्यवको की बैठक संबोधित कर रहे थे. उन्होंने सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि जिस प्रकार से वाणिज्य विभाग वनस्पति विभाग अपने यहां सेमिनार कराते हैं और उनके यहां लगभग 800 से लेकर 1300 प्रतिभागी आते हैं आप लोग भी इस प्रकार के सेमिनार अवश्य करें। उन्होंने बताया की आगामी जनवरी 2024 में लखनऊ विश्वविद्यालय भारतीय विज्ञान कांग्रेस का अधिवेशन कराने जा रहा है जो 14 सेक्शंस में होगी, उनके अध्यक्ष नियुक्त कर दिए गए हैं। सात और सेक्शंस में अन्य विषयों की संगोष्ठी आयोजित कराई जाएंगी। इस अधिवेशन के आयोजन सचिव एस पी त्रिवेदी हैं, जबकि स्थानीय सचिव प्रोफेसर पूनम टंडन और प्रोफेसर गीतांजलि मिश्रा है। इसके विषय में बताते हुए उन्होंने सबसे अपेक्षा की कि विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक अपने अपने स्तर से जो जैसा सहयोग कर सकता है वह वैसा सहयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई शिक्षक अपने घर में किसी छात्र या शिक्षक प्रतिभागी को रुकाना चाहता है अथवा कोई महिला शिक्षिका अपने घर पर महिला प्रतिभागी को रुका सकती है, तो वह गूगल फॉर्म के जरिए समस्त जानकारी विश्वविद्यालय से शेयर करें जिससे अधिवेशन की तैयारियों को संपन्न कराने में सहायता मिले। उन्होंने कहा कि आप सब से अपेक्षित है कि पाठ्यक्रम शीघ्र पूर्ण करा लें जिससे परीक्षा जल्दी संपन्न कराई जा सके। परास्नातक परीक्षा में 10 प्रश्न पूछे जाएंगे जिसमें से 5 के उत्तर देने होंगे जबकि स्नातक स्तर पर इस सेमेस्टर में बहुविकल्पीय परीक्षा कराई जाएगी। स्नातक स्तर पर परीक्षा तीन पारियों में हो सकती है। एमबीए, बी टेक और विधि की परीक्षाएं मई के अंतिम सप्ताह से शुरू हो सकती है और बी कॉम थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा जून में प्रारंभ हो सकती है। अपने अपने पाठ्यक्रम में छात्र संख्या पर विशेष ध्यान दें। एक समय था जब ओरिएंटल पर्शियन में तीन चार छात्र रहते थे लेकिन वहां के शिक्षक डॉ सुभान आलम के प्रयास से वर्तमान में लगभग 144 छात्र अध्ययन कर रहे हैं। इसी प्रकार उन्होंने सभी पाठ्यक्रमों में छात्र स्थित की समीक्षा करते हुए सभी को अवगत भी कराया।
विगत दिनों विश्वविद्यालय में इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास भी किया गया। व्यापार प्रशासन, शिक्षा शास्त्र, वनस्पति विज्ञान में सभागार और मालवीय सभागार का नवीनीकरण किया गया और ए पी सेन हाल का नवीनीकरण आदि हो रही है।
सभी विभागों से अपेक्षा है कि वे रूसा के अंतर्गत आने वाले अपने अपने प्रस्ताव को शीघ्र भेज दें। अपने यहां पूर्व छात्रों के सेल को विकसित करें और विभागीय एकेडमिक ऑडिट को पूर्ण कराएं।