डॉ दिलीप अग्निहोत्री

उत्तर प्रदेश में कोरोना आपदा पहले से चल रही है। अनलॉक में इसका संक्रमण बढ़ रहा है। इसी के साथ अनेक जनपदों में बाढ़ व संचारी रोगों को लेकर भी चिंता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन सभी मोर्चों के लिए प्रभावी रणनीति पर अमल कर रहे है। संचारी रोगों पर नियंत्रण का कार्य तो पिछले तीन वर्षों से जारी है। इसमें बड़ी हद तक सफलता भी मिली है। अस्सी से नब्बे प्रतिशत तक बीमारी पर नियंत्रण किया गया है। फिर भी मुख्यमंत्री इस कार्य में लापरवाही नहीं चाहते थे। इसलिए उन्होंने इस बार वर्षा की शुरुआत से पहले ही बाढ़ और संचारी रोगों पर नियंत्रण की कार्य योजना तैयार कर ली थी। इसी के अनुरूप संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे।

मुख्यमंत्री अनलॉक स्थिति की भी लगातार समीक्षा कर रहे है। इन सभी आपदा नियंत्रण व राहत कार्यो की भौतिक समीक्षा हेतु उन्होंने अधिकारियों की जिम्मेदारी व जबाबदेही भी निर्धारित की है। अनेक बड़े अधिकारियों को विभिन्न जनपदों में भेजा गया। इसके अलावा जनपदों में नोडल अधिकारी भी तैनात किए गए है। मुख्यमंत्री स्वयं गोरखपुर व पूर्वांचल के अन्य जनपदों में चल रहे कार्यो की समीक्षा हेतु गए। लेकिन यहां उन्होंने शासन संबन्धी जो सन्देश दिया वह पूरे प्रदेश में समान रूप से लागू होता है। क्योंकि इस समय पूरा प्रदेश कोरोना व वर्षा काल में होने वाली बीमारियों से प्रभावित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय कोविड-19 के दृष्टिगत चुनौतियां बहुत अधिक हैं। इसलिए और सतर्क रहने की आवश्यकता है।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक वाॅर्ड ग्राम पंचायत में नोडल अधिकारी तैनात किया जायेे। निगरानी समितियों को एक्टिव करते हुए सर्विलान्स का कार्य और बेहतर किया जाये। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के कार्यों,बेड की व्यवस्था,डोर टू डोर सर्वे, कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्था,काॅन्टेक्ट टेस्टिंग,खाद्यान्न वितरण को प्रभावी रूप में संचालित रखने के निर्देश दिए। हर गरीब को खाद्यान्न मिले और खाद्यान्न वितरण नोडल अधिकारी की देखरेख में किया जाये। सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में सेवायोजन विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाये और प्रतिदिन उनसे समीक्षा भी की जाये। उद्योगों को चिन्हित कर लोगों को उनकी क्षमता के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराया जाये।

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के सहजनवा क्षेत्र में नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण जलमग्न क्षेत्रों की स्थिति का हवाई सर्वेक्षण किया। बाढ़ प्रभावित लोगों को सुविधाएं पहुंचाने के निर्देश दिए। साथ ही तटबन्धों की निगरानी का भी निर्देश दिया। उन्होंने ललित नारायण मिश्र रेलवे हाॅस्पिटल तथा एम्स गोरखपुर में कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु एल-2 के चिकित्सालय बनाये जाने की तैयारियों का भी निरीक्षण किया।

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