डॉ दिलीप अग्निहोत्री
अनलॉक की स्थिति में जागरूकता अपरिहार्य है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर जोर दिया है। इसके लिए उन्होंने गोंडा यात्रा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए। इसी के साथ प्रदेश के सभी लोगों से कोरोना बचाव के दिशानिर्देशों पर अमल की अपील की है। उन्होंने साफ कहा कि कोरोना बचाव हेतु जारी किए गए निर्देशों का प्रत्येक दशा में पूरी तरह अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। दो गज की दूरी बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो,फेस कवर अथवा मास्क अवश्य लगाया जाए। इस महामारी का वैक्सीन बनने तक यह आवश्यक है। इसके ये प्रचार प्रसार माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसी के साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों से जनपद में आए सभी श्रमिकों कामगारों को आवश्यक रूप से रोजगार से जोड़ने के निर्देश दिए।
सभी पात्र व्यक्तियों का राशन कार्ड बनवाकर प्रत्येक दशा में खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाएगा। जरूरतमन्दों को ग्राम प्रधान निधि व नगर निकाय निधि से एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिलायी जाएगी। किसी भी व्यक्ति को दवा अथवा खाद्यान्न के अभाव के कारण परेशानी नही होनी चाहिए। एक से अधिक बीमारियों से ग्रसित या शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं एवं दस वर्ष से कम आयु के बच्चे,यह पांच श्रेणी निर्धारित की गई है। इनको अत्यधिक आवश्यकता होने पर ही, घर से निकलने की सलाह दी गई। सामान्य जनजीवन में दो गज की दूरी के सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन अपरिहार्य है। उद्योगों, दुकानों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग पूरी पारदर्शिता के साथ सुनिश्चित किया जाएगा।शासनादेश के अनुसार हेल्प डेस्क की स्थापना करने तथा उस पर आवश्यक स्वास्थ्य उपकरण रखे जाने के निर्देश दिए गए है। हेल्प डेस्क के माध्यम से जांच व समय से ऑक्सीजन उपलब्ध करा कर संक्रमण का उपचार सम्भव है। सर्विलांस टीम घर-घर जाए तथा रोगियों को अस्पताल पहुंचाने के एंबुलेंस तैयार रखी जाएगी। कोरोना से बचाव हेतु प्रशिक्षित एंबुलेंस स्टाफ रखा जाए। यह प्रशिक्षण चिकित्सा विभाग के एप के माध्यम से भी दिया जा सकता है।