पवन मिश्रा, ब्यूरो चीफ

लखनऊ।  कोरोना की वजह से लगातार सभी स्कूल बन्द हैं। ये अनुमान लगाया जा रहा था कि शायद जुलाई में स्कूल खूल सकते हैं। लेकिन अभी भी वैश्विक महामारी कोरोना संकट के चलते जुलाई महीने में भी परिषदीय स्कूल खुलने पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। बेसिक शिक्षा विभाग में हुई उच्च अधिकारीयों की बैठक में सभी अधिकारी एक मत ही मत हैं कि पूरे प्रदेश में स्कूल खोलने को लेकर जल्दबाजी नही करनी चाहिये पूरे प्रेदश मे कोरोना का हालात सामान्य होने के बाद ही स्कूल खोलने पर विचार किया जायेगा। इस बात पर भी चर्चा हुई कि स्कूल खोलने से पहले जितने भी एतिहात बरतने हैं वो सब एतिहात बरतने के बाद ही स्कूल खोले जायेगे। अगर जल्दबाजी और लापरवाही हुई तो काफी मुश्किल हो सकती हैं। इस लिये अभी हालात सामान्य होने का इन्तजार किया जा रहा हैं। एक बात तो साफ हो गया कि अभी जुलाई में तो परिषदीय स्कूल जुलाई में खुलने वाले नही।

 

मार्च महीने के दूसरे हफ्ते से स्कूल बंद

कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते मार्च महीने के दूसरे हफ्ते से प्रदेश के परिषदीय स्कूल बंद चल रहे हैं। हालांकि बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज जारी हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में हुई उच्च स्तर की चर्चा में यह बात रखी गई कि बच्चों में सोशल डिस्टेंसिंग, नियमित सैनिटाईजेशन, मास्क की आदत विकसित कराने में परेशानी होगी। ऐसे में जुलाई में स्कूल खुलने पर परेशानी बढ़ सकती है।

समीक्षा के बाद निर्णय

वहीं बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि हालात सुधरने के बाद ही परिषदीय स्कूल खोले जाएंगे। पहले कॉलेज और विश्विद्यालय खुलेंगे और वहां पर स्थिति का अध्ययन किया जाएगा। फिर समीक्षा के बाद ही स्कूल खोलने को लेकर किसी तरह का निर्णय लिया जाएगा।

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