भावनगर में हिन्दू महिला का मुस्लिम समाज के लोगो ने किया अन्तिमसंस्कार

सत्यम ठाकुर, ब्यूरो चीफ, गुजरात.

कोरोना क्या आया कि कोरोना के आने से केवल परेशानिया ही परेशानीया सामने आ रही हैं। लेकिन ये भी सच हैं कि कोरोना के आने के बाद कई पाजीटीव चीजे भी सामने आई हैं। ये बात हम ऐसे नही कह रहे बल्कि गुजरात में हुई एक घटना की वजह से हम इस बात को कह रहे है। आईये हम आपको बताते हैं कि हम कोरोना की वजह से हुई एक ऐसे  पाजीटीव घटना के बारे में बताते हैं जिसने गंगा जुमनी तहजीब की मिसाल पेश की हैं।

कोरोना पॉजिटिव अगर कोई घर मे हो जाये तो पूरे परिवार को कोरोटीन होना पड़ता है और ऐसे में कोई आपदा आ जाये तो लोगो की मुसीबत और बढ़ जाती है।  भावनगर में आज ऐसा ही एक मामला सामने आया।  जहां सविता बेन नामक महिला की मौत कोरोना के कारण हुई।  मृतक महिला के परिजन भी पॉजिटिव थे। जिन्हें कोरोटीन किया हुआ था।  ऐसे में मृतक का अंतिम संस्कार कौन करे। ये बड़ा सवाल खड़ा हो गया। लेकिन भावनगर में लोगों ने गंगा जमुनी तहजीब की मिशाल पेश की।

गुजरात के भावनगर में कोरोना की वजह से हुई मृतक महिला के परिजनों ने मित्र आरिफ को फोन किया आरिफ ने अपने समाज के लोगो के साथ मिलकर मृतक महिला का हिन्दू रीति रिवाज  से अंतिम संस्कार किया। ऐसा करके आरिफ ने न सिर्फ सामाजिक समरसता कोे मजबूत किया बल्कि गंगा जमुनी तहजीब की मिशाल भी पेश की।

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