मनोज राजपूत, गुजरात
रिहायशी इलाकों में बब्बर शेर की दस्तक से ग्रामीण दहशत में आए दिन बब्बर शेर गांव में घुसकर पशुओं का शिकार कर रहे हैं
ताजा मामला अमरेली के राजुला तहसील के बिराई गांव का है जहां शेरों का एक झुंड पशुओं का शिकार कर मेजबानी करता हुआ देखा गया जिसके बाद से भेराई गांव के निवासी काफी डरे हुए है।
2020 की गणना के अनुसार, गुजरात में 674 शेर हैं। 2015 की तुलना में शेरों की संख्या में 29 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है। 258 वर्ग किलोमीटर में फैले गिर राष्ट्रीय उद्यान की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 2022 के लिए शेरों की संख्या बढ़कर 750 होने का अनुमान है।
गुजरात में शेरों की संख्या लगातार बढ़ रही है वही अतिक्रमण और निर्माण की वजह से जंगल का इलाका लगातार कम होता जा रहा है और यही वजह है कि आए दिन शहरी और ग्रामीण के रिहायशी इलाकों में बब्बर शेर देखे जा रहे हैं