डॉ दिलीप अग्निहोत्री

राष्ट्रीय पार्टी के रूप में भाजपा ने अपनी छवि को व्यापक बनाया है। इस समय अनेक राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव चल रहे। इन सभी प्रदेशों में आमजन के रुख से भाजपा के स्टार प्रचारक उत्साहित है। कुछ वर्ष पहले तक यहां भाजपा को सभी स्थानों के लिए प्रत्याशी नहीं मिलते थे। अब उसके साथ जनसैलाब है। बंगाल व केरल में भाजपा और तमिलनाडु में राजग मुख्य मुकाबले में है। तमिलनाडु में एआईएडीएमके और भाजपा गठबंधन बढ़त पर है। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल और भाजपा में सीधा मुकाबला है। यहां कांग्रेस व कम्युनिस्ट तीसरे और चौथे स्थान के लिए जोर आजमाइस कर रहे है। केरल में कई दशकों से उत्तर उत्तर प्रदेश जैसी राजनीति चल रही थी। यहां सपा बसपा के बीच सत्ता का आदान प्रदान चलता था। केरल में कांग्रेस व कम्युनिस्ट नेतृत्व वाले गठबंधनों के बीच यही क्रम चलता रहा है। मतदाताओं के सामने विकल्प का आभाव था। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने बेहतर विकल्प दिया। इसी प्रकार केरल में भी भाजपा विकल्प के रूप में उभर रही है। कुछ वर्ष पहले तक केरल व पश्चिम बंगाल को भाजपा की पहुंच से दूर माना जाता था।

यह कहा जाता था कि भाजपा केवल हिंदी भाषी प्रदेशों तक सीमित है। लेकिन पार्टी नेताओं के प्रयास चलते रहे। पहले कर्नाटक में यह मिथक टूटा। इस समय कर्नाटक में भाजपा सरकार है। इसके बाद उसकी विजय यात्रा त्रिपुरा व असम तक पहुंची। इन प्रदेशों में पार्टी ने सरकार बनाई। बताया जा रहा है कि आज भी भाजपा इन प्रदेशों में बढ़त बनाये हुए है। असम में भाजपा चुनाव सभाओं में अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी सार्वजनिक कर रही है। इसमें केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख है। डबल इंजन की सरकार ने इस प्रदेश में सुशासन की स्थापना की है। पहले असम अशांति के कारण चर्चित हुआ करता था। भाजपा नेताओं ने इसके लिए कांग्रेस को दोषी बताया। कहा कि कांग्रेस की सरकार ने यहां विभाजन को बढ़ावा दिया था। वोटबैंक की राजनीति के अंतर्गत विभाजन को प्रोत्साहन दिया गया। इस कारण आपसी तनाव बढा। अशांति का वातावरण बना। भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही विभाजन की राजनीति पर रोक लगाई। सबका साथ सबका विकास की भावना से कार्य किया। इसके चलते यहां शांति का माहौल के कायम हुआ। विकास के लिए ऐसा माहौल होना अपरिहार्य होता है। असम के लोग अब पांच वर्ष पहले की अराजकता की स्थिति में लौटना नहीं चाहेंगे। मोदी ने कहा कि असम में में शांति और विकास का जो वादा भाजपा ने किया था,उसे लेकर हमने बहुत ईमानदार प्रयास किया है। कांग्रेस के लंबे शासन ने असम को बम,बंदूक और ब्लॉकेड में झोंक दिया था। वर्तमान सरकार ने असम को शांति और सम्मान की सौगात दी है। कांग्रेस ने यहां की सभी जनजातियों के साथ विश्वासघात किया भाजपा नेतृत्व की सरकार कोच, राजबोन्शी,मोरान, मोटोक,सूतिया सभी जनजातियों के हित में कदम उठा रही है। इसके लिए नई डेवलपमेंट काउंसिल बनाने का काम यहां तेजी से चल रहा है। प्रत्येक जनजाति को उसकी परंपरा भाषा, रोजगार,सुरक्षा व सम्मान की दिशा में निरंतर काम जारी है।

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