रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी 20 की अध्यक्षता को भारत के लिए अवसर बताया था. इस अवसर का शुभारम्भ भारतीय चिन्तन के वैश्विक उद्घोष के साथ हुआ था. दुनिया के बहुत प्रभावशाली संगठन के प्रतीक चिन्ह में वसुधैव कुटुम्बकम सुशोभित हुआ. दूसरा अवसर जी 20 के आयोजनों के साथ शुरू हो रहा है. इसमें उत्तर प्रदेश को बड़ी भूमिका निभाने का अवसर मिला है. राज्यपाल आनन्दी बेन इसमें योगदान के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों को प्रेरित कर रही है. उन्होने कहा कि जी-20 देशों बैठकें मानवता के कल्याण के लिए ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम‘‘ की थीम पर आधारित हैं। उत्तर प्रदेश के चार शहरों आगरा, वाराणसी, लखनऊ, ग्रेटर नोयडा में भी 01 दिसम्बर, 2022 से 30 नवम्बर, 2023 तक इसकी बैठकें आयोजित हो रही हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय को इस इवेंट में उत्साह के साथ प्रतिभागिता के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसे मेधावी विद्यार्थियों का चयन करें, जो विदेशी भाषा के जानकार हों। ये छात्र जी-20 देशों के प्रतिनिधियों से संवाद करके जानकारियों के प्रचार-प्रसार, विश्वविद्यालय के नवाचारों, स्टार्टअप तथा अन्य गतिविधियों के डिजिटल प्रचार तथा प्रदर्शनी के अयोजन आदि से हिस्सेदारी कर सकते हैं। आनंदीबेन पटेल बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झाँसी के दीक्षान्त समारोह को संबोधित कर रहीं थीं.
उन्होने भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आत्मनिर्भरता के अवसरों का उल्लेख किया. विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुये आत्मनिर्भर भारत में सहयोग देने के लिये प्रेरित किया। कि भारत की युवाशक्ति के कारण पूरा विश्व भारत की ओर उम्मीद की नजर से देख रहा है। इसलिए विद्यार्थियों को नवीनताओं से जुड़ने और फ्यूचर स्किल के लिये खुद को तैयार करना चाहिए.भारत को विश्व स्तर पर एक सशक्त देश के रूप में प्रतिष्ठित करने के लिये केन्द्र और प्रदेश सरकार लगातर प्रयास कर रही है. उन्होने विविध योजनाओं, विकास कार्यों और उनमें युवाओं के लिये उत्पन्न हो रहे अवसरों की चर्चा भी की।उन्होंने झांसी के डिफेंस कारिडोर में संभावित उद्योगों में बनने वाले उपकरणों को देखते हुए विद्यार्थियों को समुचित प्रशिक्षण दिए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक के माध्यम से विद्यार्थियों के कौशल को बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण और जलसंरक्षण का भी संदेश दिया. मोटे अनाज के प्रति जागरूक किया.
समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय एवं राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने विचार व्यक्त किए.