वाराणसी। बॉलीवुड एक्ट्रेस और प्रोड्यूसर अनुष्का शर्मा अपनी वेब सीरीज पाताल लोक को लेकर चर्चा में हैं. पाताल लोक अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस ने ही प्रोड्यूस की है. अमेज़न प्राइम की इस वेबसीरीज को दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ अनुष्का शर्मा पाताल लोक के चलते मुश्किलों का सामना भी कर रही हैं.
कुछ दिन पहले ही गाजियाबाद के लोनी से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पाताल लोक पर आपत्ति जताई है. नंदकिशोर गुर्जर ने लोनी थाने में अनुष्का शर्मा के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए शिकायत दी है. गुर्जर ने इस वेब सीरीज पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
अभी ये मामला ठंडा भी नही हुआ था कि धर्म की नगरी काशी में शशांक शेखर त्रिपाठी नाम के एक वकिल साहब ने भी अनुष्का शर्मा की मुश्किले बढ़ाने के लिये धार्मिक मर्यादा का अपमान करने का आरोप लगते हुए मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल सहित एसएस पी एवं अन्य उच्चाधिकारीयों के पास इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराने की मांग की हैं.
शशांक शेखर त्रिपाठी ने अपने आरोप लिखा है कि जनेऊ संस्कार सनातन धर्म व्यवस्था में काफी महत्व रखता है और इसकी व्यवस्था सीधे सीधे धार्मिक आस्था व धार्मिक विश्वास से वैज्ञानिक आधार पर जुडी हुई है। जनेऊ संस्कार के सैकड़ों लाभ सनातन धर्म में बताए गए है। जो की विज्ञान के कसौटी पर सिद्ध है। फिल्मअभिनेत्री अनुष्का शर्मा ने पाताल लोक नाम की डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई है, इसमें एक व्यक्ति को दुष्कर्म करते समय जनेऊ कान पर चढ़ा कर दिखाया गया है।
इसके अलावा इनके द्वारा फिल्म में एक कुतिया का नाम सावित्री रखा गया है, जबकि सावित्री माता को हम सनातन धर्मालम्बी स्त्री चरित्र के आदर्श के रूप में जानते हुए मानते है। अनुष्का शर्मा अपनी इस डाक्युमेंट्री फिल्म पातळ लोक में हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं तथा मर्यादाओ की पूर्णयता अवहेलना करके उनका मजाक उड़ाया गया तथा उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गयी है। इसके लिये इनके खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिये और अनुष्का शर्मा के उपर कड़ी कारवाई भी होनी चाहिये…