राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कहा बदलती जीवन शैली में स्वस्थ शरीर के लिए आहार में मिलेट को जोड़ना जरूरी हो गया है। वर्ष 2023 को देश के प्रधानमंत्री ने अन्तर्राष्ट्रीय मीलेट वर्ष घोषित किया है. उन्होंने मोटे अनाज को एक नया नाम दिया है ‘श्री अन्न’।
विश्वविद्यालय को महिलाओं और बेटियों को पोषण और स्वास्थ्य की दृष्टि से सर्वोत्तम आहार मिलेट्स को अपनी जीवन शैली में शामिल करने के लिए जागरूक करने का कार्य करना चाहिए.
आनंदीबेन पटेल जी ने आज किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा आरम्भ किये गये रेडियो गूंज के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता की। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित मिलेट मेले का भी उद्घाटन किया. इसके अलावा चिकित्सा विश्वविद्यालय में तीन नवीन सुविधाओं एक्सरे इरैडिएटर, सीवेज ट्रीटमेंट एवं एफ्लूयेन्ट ट्रीटमेंट प्लान्ट तथा इन्टरवेंशन रेडियोलाॅजी वार्ड का शुभारम्भ भी किया.उन्होने कहा कि मेडिकल विश्वविद्यालय और सामान्य विश्वविद्यालय में काफी अन्तर होता है। मेडिकल विश्वविद्यालय का दायरा तथा समाज के लिए उनकी जिम्मेदारियां बहुत वृहद और अहम होती हैं। अपनी जिम्मेदारियों का अच्छी तरह से निर्वहन करते हुए भी नैक में अच्छा प्रदर्शन करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.
राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय द्वारा सफलतापूर्वक प्रसारित तथा समाज के लिए उपयोगी साबित हो रहे रेडियो केजीएमयू गूंज के एक वर्ष पूर्ण करने पर बधाई देते हुए सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय की रेडियो केजीएमयू गूंज टीम द्वारा आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय समुदाय जैसे कि हमारी महिलाएं, हमारी बेटियों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सरल तरीके से पहुंचाने के साथ विशेषज्ञों की बातों को भी सहज भाषा में प्रसारित किया जाए।
टेक्नोलाॅजी का उपयोग करके हम मानव की अच्छी से अच्छी सेवा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व मानव के साथ-साथ पशुओं को बचाने के लिए भी रोज नये-नये अनुसंधान कर रहा है। जितना मानव को बचाना जरूरी है उतना ही पशुओं के लिए भी सोचने और संवेदनशील होने की जरूरत है। कोरोना के समय में अन्य देशों की मदद करके भारत ने यह साबित कर दिया है कि भारत मानवता के लिए जीता है। एक अन्य कार्यक्रम में राज्यपाल जी ने शहमीनाशाह रोड राजकीय बालिका इण्टर कालेेज में डिजिटल वैन का अवलोकन किया तथा कक्षा में जाकर छात्र-छात्राओं से संवाद भी किया.इस अवसर पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति ले ज डाॅ बिपिन पुरी,डाॅ कीर्ति वर्मा,डाॅ तुलिका चंद्रा, डाॅ विनीत शर्मा, डाॅ ए के त्रिपाठी, डाॅ के के सिंह तथा डाॅ अनित परिहार उपस्थित थे।